न्याय के देवता शनिदेव जब भी किसी राशि में प्रवेश करते हैं, तो वे कर्मों का फल देने के बाद ही उस राशि के जातक को मुक्ति प्रदान करते हैं। शनिदेव लगभग ढाई वर्षों के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। इसलिए शनिदेव का न्याय सबसे महत्वपूर्ण होता है। आइए जानते हैं कि Shani Sade Sati 2025 में किन राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव होगा।
Shani Sade Sati 2025
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव के गोचर को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। शनि की साढ़ेसाती तीन चरणों में होती है: पहले चरण को चढ़ती साढ़ेसाती, दूसरे को मध्यमा साढ़ेसाती, और तीसरे को उतरती साढ़ेसाती कहा जाता है। यह माना जाता है कि साढ़ेसाती का मध्यमा चरण सबसे अधिक समस्याएं उत्पन्न करता है। शनि देव 29 मार्च को, जो संवत के अंतिम दिन है, मीन राशि में गोचर करने वाले हैं। इसके साथ ही कुछ राशियों की साढ़ेसाती शुरू होगी, जबकि कुछ की ढैय्या प्रारंभ होगी। ढैय्या का प्रभाव ढाई साल तक रहता है।
Shani Sade Sati 2025: इन राशियों पर होगा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
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कुंभ राशि:
कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती 17 जनवरी 2023 से शुरू हुई है और यह 3 जून 2027 तक जारी रहेगी। इस राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है, जिसका प्रभाव पारिवारिक जीवन पर पड़ता है। इसलिए अपने पारिवारिक जीवन में संयम बनाए रखें। शनि महाराज की साढ़ेसाती का प्रभाव 23 फरवरी 2028 को समाप्त होगा।
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मेष राशि:
शनि के मीन राशि में प्रवेश करने से मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। इस दौरान शनि देव धन पर प्रभाव डालते हैं। मेष राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव 29 मार्च 2025 से 31 मई 2032 तक रहेगा। ऐसे में मेष राशि के लोगों को आर्थिक मामलों में सतर्क रहना होगा।
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मकर राशि:
मकर राशि वालों पर साढ़ेसाती का प्रभाव 29 मार्च 2025 तक रहेगा। साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण चलने के कारण इस राशि के जातकों के स्वास्थ्य पर अधिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए 2025 में मकर राशि वालों को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना होगा।
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मीन राशि:
इस राशि के जातकों के लिए साढ़ेसाती का पहला चरण 29 मार्च 2025 को समाप्त होगा, जिसके बाद दूसरा चरण शुरू होगा। इस स्थिति में, नए साल में आपको मार्च तक आर्थिक मामलों और उसके बाद पारिवारिक जीवन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 7 अप्रैल 2030 तक बना रहेगा।
शनि की ढैय्या का 2025 में इन राशियों पर होगा प्रभाव
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कर्क राशि:
नए साल में शनि देव मार्च में राशि परिवर्तन कर रहे हैं, जिसके कारण कर्क राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव 29 मार्च 2025 तक बना रहेगा।
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वृश्चिक राशि:
नए साल में वृश्चिक राशि वालों पर भी शनि की ढैय्या का असर 29 मार्च 2025 तक रहेगा। वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या 17 जनवरी 2023 से शुरू हुई थी, और अब ये मार्च में इस ढैय्या से मुक्त हो जाएंगे।
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सिंह और धनु राशि:
2025 में शनि देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस स्थिति में सिंह और धनु राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव शुरू होगा, जो ढाई साल तक जारी रहेगा। इसलिए, इन राशियों के लोगों को मार्च से विशेष सावधानी बरतनी होगी। इस दौरान स्वास्थ्य, रोजगार, धन, कामकाज, परिवार और जीवन के अन्य क्षेत्रों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के उपाय
- साल 2025 में कम से कम 11 शनिवार को शनि मंदिर जाकर दान करें।
- शनिदेव से जुड़ी वस्तुएं जैसे काला छाता, जूते-चप्पल, लोहा, तिल आदि का दान करें।
- रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- शराब का सेवन न करें, झूठ न बोलें और क्रोध से बचें।
- काले कुत्ते, कौवे और गाय को रोटी खिलाएं।
- पीपल के वृक्ष की पूजा करें और हर दिन घी का दीपक जलाएं।
- साढ़ेसाती के समय में शनि देव के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए मेष राशि के जातकों को आलस्य और गलत कार्यों से दूर रहना चाहिए।
Shani Sade Sati 2025 की सम्पूर्ण जानकारी के लिए देखें यह वीडियो:
Shani Sade Sati 2025 – निष्कर्ष
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान लोगों के मन में एक भय उत्पन्न हो जाता है। लेकिन शनि देव केवल लोगों को उनके कर्मों का फल देते हैं। इसलिए जातकों को अपने मन में ऐसे विचारों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए, जिससे शनि देव के क्रोध का सामना करना पड़े।
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